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Ek Cup Chai (एक कप चाय)

एक कप चाय और ज़िन्दगी हो साई फाई हर वक़्त जब हो तुम परेशान स्ट्रेस को करे बाई बाई एक कप चाय वो ठण्ड में ठिठुरते पल और ट्रेन की खिड़की से वो आवाज़ लाजवाब सी वैसी एक प्याली और खोल दे सुबह का मिजाज़ सुबह के भूखे हाथ में लेके ब्रेड करोड़ो आँखें तलाशती है चाय बस एक डूबकी प्याली में गीली होकर ब्रेड हो जाती डाई एक कप चाय और ज़िन्दगी हो हाई फाई जब कुछ वक़्त बैठके हो बिताना किसी से न लेना राय बस बोल देना एक कप चाय..... अगली प्याली तक राजेश..

A Song standing out..

You're the song of my soul written neatly with a quill, the indelible ink making it strong like a clotted blood on a bowl. The lyrics hang around for ever the crowd likes to cheer Even in dreams it never recedes like a dreadful tale of love. The music stays pure on the walls of heart going merrily lub dubb sternly diffuses through every corner like the fragrance of an Orange peel. I know, you're the song of my soul Join the parts to get it whole, The pieces remind me of my life so I know what stands out as your role !! -Rajesh

जाने कहाँ गए वो..

बड़े मुद्दत के बाद कुछ लिखा है तुम्हे इल्म नहीं ये हुनर किनसे सिखा है जान भी गए अगर तुम तो समझ लो आसमान से बड़ा उनका रुतबा है फिर एक दिन लगा जाए उनसे मिलके आये मगर लगा कि घर पे जैसे कोई ताला है मायूस हो पूछा उनके पड़ोसी से तो बोला भैया हमे ना पता है अपनी बग्गी पे बैठ चला ढूढने उन्हें क्या पता वो शहर के किस ओर है बाज़ार या मंदिर, मेले या जंगल जाने कहाँ वो छुप के बैठा है हम मिलें नहीं जाने कितने साल माफ़ करदो बस यही एक ख़ता है आ जाओ दुबारा उन्ही गलियारों में वापस उन पलों को जीने में मज़ा है मेरा झुकाव, मेहनत और मेरी लगन फिर से सुर्खियो में आना मेरी अदा है ** -राजेश